चांदी की जानकारी / Silver Metal in Hindi
चाँदी विधुत की सबसे अच्छी सुचालक धातु होती है परन्तु यह बहुत महँगी होती है इसलिए विद्युत उपकरणों में चाँदी स्थान पर ताँबे का प्रयोग किया जाता है , तांबा भी विद्युत का बहुत अच्छा सुचालक होता है परन्तु ताम्बे की विद्युत सुचालकता चांदी से कम होती है।
चांदी बहुत नर्म और मेलिएबल धातु होती है जिसके कारन चांदी को पिट पिट कर बहुत पतली चादर बनाई जा सकती है चांदी के इसी गुण के कारन चांदी को पिट पिट कर चांदी के वर्क बनाये जाते है।
चांदी में तन्यता का गुण पाया जाता है जिसके कारन चांदी को खींच कर बिना टूटे बहुत पतला तार बनाया जा सकता है।
चांदी में पानी और कार्बन डाई ऑक्साइड तथा सल्फर डाई ऑक्साइड की अभीक्रिया से जंक लग जाती है जो की काले रंग की होती है।
चांदी में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते है।
चांदी में प्रकाश को परावर्तित करने की क्षमता सर्वाधिक होती है।
चांदी (Silver) के उपयोग
सोलर पैनल में
चांदी का उपयोग सोलर पैनल बनाने में किया जाता है, 1.8 वर्ग मीटर के एक सोलर पैनल में लगभग 20 ग्राम चांदी होती है। एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2018 में पुरे विश्व के चांदी उत्पादन के 8 % चांदी का उपयोग सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग में किया गया था।
कृतिम बारिश में
चांदी का उपयोग कृतिम बारिश कराने में भी होता है जिसे क्लाउड सीडिंग (Cloud Seeding) भी कहते है। कृतिम बारिश कराने के लिए सिल्वर आयोडाइट (Silver Iodide) या कैल्शियम क्लोराइड का प्रयोग किया जाता है। कृतिम बारिश कराने के लिए नमी से भरे बदलो के ऊपर हवाई जहाज से सिल्वर आयोडाइट (Silver Iodide) या कैल्शियम क्लोराइड का छिड़काव किया जाता है जिससे ये पदार्थ बदलो की नमी को अपनी और आकर्षित कर लेते है जिससे बदलो की नमी इकट्ठी होकर बड़ी बड़ी बूंदो का रूप ले लेती है और ये बुँदे भारी होने के कारण नीचे गिर जाती है जिससे बारिश हो जाती है।
खाद्य संरक्षण (Food Preservation ) में
चांदी का उपयोग खाद्य संरक्षण में भी होता है चांदी में जीवाणुओं और बैक्टीरिआ से लड़ने की क्षमता होती है इसलिए आजकल के रेफ्रिजरेटर में सिल्वर आयन (Silver Ion) टेक्नोलॉजी का प्रयोग होता है जिससे रेफ्रिजरेटर में रखे हुए फल सब्जी और अन्य खाद्य पदार्थ बहुत दिनों तक ख़राब नहीं होते और ताजे बने रहते है।
चांदी का उपयोग वाटर फिल्ट्रेशन में भी किया जाता है।
सिल्वर आयन टेक्नोलॉजी का प्रयोग सीप (Oyster) उत्पादन में सीपों को बैक्टीरिया और फंगस से बचने के लिए होता है।
चिकित्सा में
चांदी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते है चांदी के संपर्क में आने के बाद बैक्टीरिआ अपनी वृद्धि नहीं कर पते और नस्ट होने लगते है इसलिए चांदी का उपयोग घाव भरने वाली मरहम पट्टी बनाने में भी होता है जिससे घाव में बैक्टीरिआ नहीं फ़ैल पाते और घाव में इन्फेक्शन नहीं होता और घाव जल्दी भरते है।
आयुर्वेद चिकत्सा में चांदी की भसम बनाकर कई रोगो के इलाज में प्रयोग किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स में
चांदी विद्युत की सबसे अच्छी सुचालक होती है इसलिए इसका उपयोग कंप्यूटर, मोबाइल आदि के प्रिंटेड सर्किट बोर्ड बनाने में होता है इसके अलावा चांदी का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक स्विच, टेलीविजन स्क्रीन और बैटरी बनाने में भी होता है।
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भोजन में
कांच उद्योग में
प्रतियोगिताओ में
अन्य उपयोग
- चांदी का उपयोग प्राचीन काल से ही गहने बनाने में होता आ रहा है।
- चांदी का उपयोग कीमती बर्तन बनाने में भी किया जाता है चांदी के बर्तन प्रतिष्ठा के प्रतीक माने जाते है और चांदी के बर्तन में भोजन करने से विशेष स्वस्थ्य लाभ भी होते है।
- चांदी का उपयोग सिक्के बनाने में भी किया जाता है प्राचीन काल में चांदी का उपयोग मुद्रा के रूप में किया जाता था।
- चांदी का उपयोग देवी देवताओ की या अन्य मुर्तिया बनाने के लिए भी किया जाता है।