ज़िंक (Zinc) धातु के गुण, उपयोग और रोचक जानकारी
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Zinc in Hindi |
ज़िंक (Zinc) धातु का परिचय
ज़िंक एक धातु है, इसका वर्गीकरण ट्रांजीशन मेटल (Transition Metal) के रूप में किया जाता है, तथा रासायनिक रूप से ज़िंक एक तत्व है। जिंक का परमाणु भार 65.38 AMU, परमाणु संख्या 30 तथा सिंबल Zn होता है। आवर्त सारणी (Periodic Table) में जिंक ग्रुप 12, पीरियड 4 और ब्लॉक (D) में स्थित होता है। इसके परमाणु में 30 इलेक्ट्रान, 30 प्रोटोन, 35 न्यूट्रॉन तथा 4 एनर्जी लेवल होते है। जिंक का घनत्व 7.134 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है। सामान्य तापमान पर जिंक ठोस अवस्था में पाया जाता है। इसका गलनांक (पिघलने का तापमान) 419.53 डिग्री सेल्सियस (787.15 डिग्री फेरेनाइट) और इसका क्वथनांक (उबलने का तापमान) 907 डिग्री सेल्सियस (1665 डिग्री फेरेनाइट) होता है।
जिंक की खोज जर्मन केमिस्ट आंद्रेआस सिगीसमुंद मार्गग्राफ (Andreas Sigismund Marggraf ) ने 1746 में की थी।
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Zinc Properties in Hindi |
ज़िंक (Zinc) धातु के गुण
- ज़िंक सफ़ेद-नीले रंग की चमकदार धातु है।
- हवा के संपर्क में आने पर जिंक हवा में उपस्थित कार्बन डाई ऑक्साइड से प्रतिक्रिया करता है, जिससे जिंक के ऊपर ज़िंक कार्बोनेट (ZnCO3) की परत जम जाती है, यह एक सुरक्षात्मक परत होती है, जो जिंक को जंक लगने से बचती है।
- जिंक नर्म धातु होती है।
- ज़िंक ऊष्मा का बहुत अच्छा संवाहक होता है।
- ज़िंक विधुत का माध्यम संवाहक होता है।
- जिंक रासायनिक रूप से सक्रीय धातु है, इसलिए यह प्रकृति में शुद्ध अवस्था में नहीं पाया जाता।
- जिंक और एसिड की प्रतिक्रिया होने पर हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है।
- जिंक अम्ल और क्षार दोनों में घुल जाता है।
- सामान्य तापमान पर जिंक भंगुर धातु होती है, 110-150 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर गर्म करने पर ज़िंक मैलिएबल और डक्टाइल बन जाती है।
- जिंक को जलाने पर यह नीली-हरी लौ के साथ जलता है और जिंक-ऑक्साइड गैस उत्पन्न करता है।
ज़िंक (Zinc) धातु के उपयोग
- ज़िंग का सबसे अधिक उपयोग लोहा धातु से बानी चीजों को जंक से बचाने के लिए गेल्वेनाइस करने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में जिंक की पतली परत लोहे से बनी वस्तुओं पर चढ़ाई जाती है, जिससे इन पर जंक नहीं लगता।
- जिंक सभी जीवित प्राणियों से लिए आवश्यक होता है, यह हमारे शरीर में कई एंजाइमों के निर्माण में सहायक होता है।
- डाई-कास्टिंग के लिए ज़िंक का बहुतायत के प्रयोग किया जाता है।
- ज़िंक का उपयोग ड्राई सेल बैटरी में किया जाता है।
- ज़िंक का उपयोग अन्य धातुओं के साथ मिश्र धातु बनाने के लिए किया जाता है, जस्ते और तांबा से बनी सबसे प्रचलित मिश्र धातु पीतल है।
- ज़िंक और लेड को मिलाकर मिश्र धातु बनाई जाती है जिसे सोल्डर कहते हैं, यह कम तापमान पर पिघलती है, इसका उपयोग विधुत उपकरणों में किया जाता है।
- जिंक ऑक्साइड (ZnO) का उपयोग फार्मास्युटिकल में, पेंट, स्याही, सौन्दर्य उत्पाद और बैटरी बनाने में भी किया जाता है।
- जिंक क्लोराइड (ZnCl2) का उपयोग लकड़ी की कीड़ों से बचाने के लिए किया जाता है।
- जिंक सल्फाइड (ZnS) का उपयोग चमकदार पेंट, फ्लोरोसेंट बल्ब, टेलीविजन स्क्रीन और X-Ray स्क्रीन बनाने में किया जाता है।
- रबर उत्पादन के समय ज़िंक का प्रयोग उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है।
- जिंक 78% और एलुमिनियम 22% मिलाकर प्रेस्टल (Prestal) नाम की मिश्र धातु बनाई जाती है, यह स्टील के समान मजबूत होती है, लेकिन इसे प्लास्टिक की तरह आसानी से ढाला जा सकता है।
ज़िंक (Zinc) धातु के रोचक तथ्य
- जिंक धातु का उत्पादन जिंक सल्फेट (ZnSO4) के इलेक्ट्रोलिसिस के माध्यम से किया जाता है।
- कुल उत्पादित ज़िंक का लगभग 33 % ज़िंक का उपयोग गेल्वेनाइज़िंग के लिए किया जाता है।
- एक व्यस्क व्यक्ति के शरीर में लगभग 2.5 ग्राम जिंक उपस्थित होता है तथा प्रतिदिन हमें लगभग 15 मिलीग्राम जिंक की आवश्यकता होती है।
- जिंक पृथ्वी पर 24वां सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है।
- दुनिया में जिंक का सबसे अधिक उत्पादन चीन में किया जाता है।
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