इरीडियम (Iridium) धातु के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Iridium in Hindi
इरीडियम (Iridium) धातु का परिचय
इरीडियम (Iridium) धातु का वर्गीकरण ट्रांजीशन मेटल (Transition Metal) के रूप में किया जाता है, तथा रासायनिक रूप से इरीडियम एक तत्व है। इरीडियम का घनत्व 22.42 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है। सामान्य तापमान पर इरीडियम धातु ठोस अवस्था में पाया जाता है। इसका गलनांक (पिघलने का तापमान) 2446 डिग्री सेल्सियस (4435 डिग्री फेरेनाइट) और इसका क्वथनांक (उबलने का तापमान) 4527 डिग्री सेल्सियस (8180.6 डिग्री फेरेनाइट) होता है, तथा इससे अधिक तापमान पर इरीडियम धातु गैस अवस्था में पायी जाती है। इरीडियम का परमाणु भार 192.217 AMU, परमाणु संख्या 77 तथा इसका सिंबल (Ir) होता है। आवर्त सारणी (Periodic Table) में इरीडियम, ग्रुप 9, पीरियड 6 और ब्लॉक (D) में स्थित होता है, तथा इसके परमाणु में 77 इलेक्ट्रान, 77 प्रोटोन, 115 न्यूट्रॉन तथा 6 एनर्जी लेवल होते है।
इरीडियम धातु की खोज ब्रिटिश केमिस्ट स्मिथसॉन टेनेंट (Smithson Tennant) ने 1803 में की थी।
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Iridium in Hindi |
इरीडियम (Iridium) धातु के गुण
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Iridium Properties in Hindi |
- इरीडियम सिल्वर-सफ़ेद रंग की चमकदार धातु है।
- इरीडियम स्वर्ण के समान ही लगभग निष्क्रिय धातु होती है।
- हवा में उपस्थित ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर इरीडियम के ऊपर ऑक्साइड की पतली परत बन जाती है।
- उच्च तापमान पर इरीडियम धातु अधिक प्रतिक्रियाशील हो जाती है, और ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया करके इरीडियम डाईऑक्साइड बनती है।
- इरीडियम की जंक प्रतिरोधक क्षमता सभी धातुओं में सबसे अधिक होती है।
- इरीडियम कठोर और भंगुर धातु है, इसलिए शुद्ध इरीडियम पर मशीनिंग करना लगभग असंभव होता है।
- 1200 से 1500 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर गर्म करने पर इरीडियम डक्टाइल हो जाता है, जिसके बाद इस पर मशीनिंग की जा सकती है।
- इरीडियम का घनत्व और गलनांक बहुत अधिक होता है।
- इरीडियम एसिड्स से प्रतिक्रिया नहीं करता, अम्लराज (Aqua-Regia) से भी नहीं।
- इरीडियम विधुत और ऊष्मा का अच्छा संवाहक होता है।
- इरीडियम विषैला नहीं होता, परन्तु यह आँखों और पाचन तंत्र में जलन उत्पन्न कर सकता है।
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इरीडियम (Iridium) धातु के उपयोग
- इरीडियम का सबसे अधिक उपयोग मिश्रधातु बनाने में किया जाता है।
- इरीडियम का उपयोग हार्डनिंग एजेंट के रूप में किया जाता है, विशेषकर प्लैटिनम धातु को हार्ड करने के लिए इसमें कुछ मात्रा में इरीडियम मिलाया जाता है।
- प्लैटिनम और इरीडियम से बनी मिश्र धातु का प्रयोग क्रूसिबल और उच्च तापमान पर काम करने वाले उपकरण बनाने में किया जाता है।
- इरीडियम और ऑस्मियम मिश्र धातु का उपयोग फाउंटेन पेन पॉइंट और कंपास बेयरिंग बनाने में किया जाता है।
- उच्च गलनांक और रासायनिक रूप से कम सक्रीय होने के कारण इरीडियम का प्रयोग स्पार्क प्लग पॉइंट में किया जाता है।
- इरीडियम का उपयोग मानक मीटर बार बनाने में किया गया था जिसमें 90% प्लैटिनम और 10% इरीडियम धातु का प्रयोग किया गया था।
इरीडियम (Iridium) धातु की रोचक जानकारी
- इरीडियम सीसा धातु से भी लगभग दो गुना अधिक भारी और पानी से लगभग 22 गुना अधिक भारी होता है।
- इरीडियम-प्लैटिनम मिश्रधातु शुद्ध प्लैटिनम और शुद्ध इरीडियम की तुलना में अधिक कठोर होती है।
- इरीडियम कुछ सबसे दुर्लभ धातुओं में से एक है, यह धातु चांदी, स्वर्ण, और प्लैटिनम जैसी धातुओं से भी कहीं अधिक दुर्लभ होती है।
- इरीडियम को मुख्यतः निकल धातु के उत्पादन के दौरान एक उप-उत्पाद के रूप में प्राप्त किया जाता है, इसके अलावा प्लैटिनम के अयस्क में भी कुछ मात्रा में इरीडियम पाया जाता है।
- ऐसा माना जाता है, जब पृथ्वी गर्म और पिघली हुई अवस्था में थी, उस समय इरीडियम जैसी धातुएँ भारी होने के कारण पृथ्वी की गहराइयो में चली गयी, जिसके कारण पृथ्वी की सतह पर यह धातुएँ बहुत कम मात्रा में पायी जाती है।
- इरीडियम के दो स्थिर आइसोटोप और 34 रेडियोएक्टिव आइसोटोप पाए जाते है।
- पृथ्वी की पपड़ी की तुलना में उल्कापिंड और क्षुद्रग्रहों में इरीडियम का प्रतिशत अधिक पाया जाता है।