टंगस्टन (Tungsten) के गुण उपयोग जानकारी Tungsten in Hindi - GYAN OR JANKARI

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शनिवार, 17 अप्रैल 2021

टंगस्टन (Tungsten) के गुण उपयोग जानकारी Tungsten in Hindi

टंगस्टन (Tungsten) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी 


टंगस्टन (Tungsten) धातु  का परिचय

टंगस्टन (Tungsten) एक धातु है, इसका वर्गीकरण ट्रांजीशन मेटल (Transition Metal) के रूप में किया जाता है, तथा रासायनिक रूप से टंगस्टन एक तत्व है। टंगस्टन का घनत्व 19.3 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है। सामान्य तापमान पर टंगस्टन धातु ठोस अवस्था में पाया जाता है, इसका गलनांक (पिघलने का तापमान) 3410 डिग्री सेल्सियस (6170 डिग्री फेरेनाइट) और इसका क्वथनांक (उबलने का तापमान) 5660 डिग्री सेल्सियस (10220 डिग्री फेरेनाइट) होता है, तथा इससे अधिक तापमान पर टंगस्टन धातु गैस अवस्था में पायी जाती है। टंगस्टन का परमाणु भार 183.84 AMU, परमाणु संख्या 74 तथा इसका सिंबल (W) होता है। आवर्त सारणी (Periodic Table) में टंगस्टन, ग्रुप 6, पीरियड 6 और ब्लॉक (D) में स्थित होता है, इसके परमाणु में 74 इलेक्ट्रान, 74 प्रोटोन, 110 न्यूट्रॉन तथा 6 एनर्जी लेवल होते है।  

टंगस्टन धातु की खोज स्पेनिश केमिस्ट जुआन जोस और फाउस्तो एलहुयार  (Juan Jose and Fausto Elhuyar) नाम के दो भाइयों ने 1783 में की थी।


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Tungsten in Hindi

टंगस्टन (Tungsten) धातु के गुण 


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Tungsten Properties in Hindi

  • टंगस्टन सिल्वर-सफ़ेद रंग की चमकदार धातु है, जिसमें ग्रे रंग की झलक होती है । 
  • टंगस्टन कठोर धातु होती है। 
  • सभी धातुओं में टंगस्टन का गलनांक सबसे अधिक होता है। 
  • टंगस्टन रासायनिक रूप से कम सक्रीय होता है, यह साधारण तापमान पर ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया नहीं करता, टंगस्टन 400 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर ही ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया करता है। 
  • उच्च तापमान पर टंगस्टन धातु डक्टाइल हो जाती है, इसलिए इससे पतले तार बनाये जा सकते है। 
  • टंगस्टन नाइट्रिक एसिड और अम्लराज में घुल जाता है। 
  • टंगस्टन विधुत और उष्मा का अच्छा संवाहक होता है।  
  • टंगस्टन पाउडर और टंगस्टन की धूल अत्यधिक ज्वलनशील और विस्फोटक होते है।  
  • सभी टंगस्टन यौगिक विषाक्त होते है। 


टंगस्टन (Tungsten) धातु  के उपयोग 

  • टंगस्टन का उपयोग फ्लोरोसेंट बल्ब का फिलामेंट बनाने में किया जाता है, इन बल्ब से रौशनी के साथ साथ बहुत अधिक उष्मा भी निकलती है, इस प्रकार के बल्ब बहुत अधिक एनर्जी एफिशिएंट नहीं होते इसलिए आजकल इनकी जगह LED बल्ब का प्रयोग किया जाता है।  
  • टंगस्टन का प्रयोग आर्क वेल्डिंग इलेक्ट्रोड में किया जाता है। 
  • बिजली की भट्टियों में हीटिंग एलिमेंट के रूप में टंगस्टन का प्रयोग किया जाता है। 
  • अंतरिक्षयान, रॉकेट इंजन, मिसाइल और उच्च गति के लड़ाकू विमानों के वे हिस्से जो उच्च तापमान का सामना करते है, उन्हें टंगस्टन से बनाया जाता है। 
  • स्टील में टंगस्टन मिलकर ऐसे मिश्रधातु बनाये जाते है, जो उच्च तापमान पर भी अपनी मजबूती बनाये रखते है। 
  • टंगस्टन कार्बाइड एक अत्यंत कठोर यौगिक है, इसका उपयोग उच्च तापमान पर कार्य करने वाले हाई स्पीड कटिंग टूल, ड्रिल आदि बनाने में किया जाता है। 
  • टंगस्टन डाई सल्फाइड एक ड्राई लुब्रीकेंट होता है, इसका उपयोग उच्च तापमान पर लुब्रिकेशन के लिए किया जाता है। 
  • टंगस्टन मिश्रधातुओं का उपयोग राडार उपकरणों में किया जाता है। 
  • X-Ray मशीन में टंगस्टन का उपयोग एमिटर कोइल के रूप में किया जाता है। 
  • टंगस्टन का उपयोग माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी और लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले में किया जाता है। 


टंगस्टन (Tungsten) धातु की रोचक जानकारी 

  • पृथ्वी की पपड़ी में टंगस्टन 56 वॉ सबसे प्रचुर तत्व है। 
  • दुनिया में टंगस्टन का सबसे अधिक उत्पादन चीन में किया जाता है, यहां से दुनिया के कुल टंगस्टन उत्पादन का लगभग 60 % से अधिक प्राप्त होता है। 
  • लम्बे समय तक टंगस्टन के संपर्क में रहने पर आँखों और फेफड़ो में जलन, साँस लेने में तकलीफ तथा त्वचा पर खुजली और सूजन जैसे लक्षण दिखाई दे सकते है। 
  • स्कीलाइट (Scheelite) और वुल्फ्रेमाइट (Wolframite) टंगस्टन के मुख्य खनिज होते है। 


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