गैडोलिनियम (Gadolinium) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Gadolinium in Hindi
गैडोलिनियम (Gadolinium) का परिचय
गैडोलिनियम (Gadolinium) का वर्गीकरण रेयर अर्थ मेटल के रूप में किया जाता है,
तथा रासायनिक रूप से यह एक तत्व है। गैडोलिनियम का परमाणु भार 157.25 AMU,
परमाणु संख्या 64 तथा सिंबल (Gd) होता है। आवर्त सारणी (Periodic Table) में
गैडोलिनियम, ग्रुप Lanthanides, पीरियड 6 और ब्लॉक (F) में स्थित होता है। इसके
परमाणु में 64 इलेक्ट्रान, 64 प्रोटोन, 93 न्यूट्रॉन तथा 6 एनर्जी लेवल होते
है। गैडोलिनियम का घनत्व लगभग 7.90 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है। यह
सामान्य तापमान पर ठोस अवस्था में पाया जाता है, इसका गलनांक (पिघलने का
तापमान) 1313 डिग्री सेल्सियस (2395 डिग्री फेरेनाइट) होता है, इसका क्वथनांक
(उबलने का तापमान) 3273 डिग्री सेल्सियस (5923 डिग्री फेरेनाइट) होता है, तथा
इससे अधिक तापमान पर गैडोलिनियम गैस अवस्था में पाया जाता है।
गैडोलिनियम की खोज स्विस केमिस्ट जीन चार्ल्स गैलिसार्ड डी मारिग्नाका (Jean
Charles Galissard de Marignac) ने 1880 में की थी।
|
Gadolinium in Hindi |
गैडोलिनियम (Gadolinium) के गुण
|
Gadolinium properties in Hindi |
- गैडोलिनियम सिल्वर रंग की चमकदार धातु है।
- गैडोलिनियम नर्म, मैलिएबल और डक्टाइल धातु है।
- गैडोलिनियम अत्यंत पैरामैग्नेटिक धातु होती है।
- गैडोलिनियम धातु एसिड्स घुल जाती है।
- गैडोलिनियम ऑक्सीजन और पानी से बड़ी आसानी से प्रतिक्रिया करती है।
- सभी ज्ञात तत्वों में गैडोलिनियम की न्यूट्रॉन अवशोषित करने की क्षमता सबसे अधिक होती है।
- गैडोलिनियम को विषैला माना जाता है, अतः इसे सावधानी से संभाला जाना चाहिए।
गैडोलिनियम (Gadolinium) के उपयोग
- गैडोलिनियम को परमाणु रिएक्टरों के लिए नियंत्रण छड़ के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, परन्तु गैडोलीनियम नियंत्रण छड़ें जल्दी से अपनी प्रभावशीलता खो देती हैं।
- रंगीन टेलीविजन के लिए फॉस्फोर बनाने के लिए गैडोलिनियम यौगिकों का उपयोग किया जाता है।
- गैडोलिनियम को यट्रियम के साथ मिलाकर गार्नेट बनाया जाता है जिसका उपयोग माइक्रोवेव प्रौद्योगिकी में किया जाता हैं।
- गैडोलिनियम का उपयोग मैग्नेट, इलेक्ट्रॉनिक सामान और डेटा स्टोरेज डिस्क बनाने के लिए भी किया जाता है।
- गैडोलिनियम को लोहे, क्रोमियम और अन्य धातुओं के साथ मिश्रित किया जाता है, जिससे उनकी कार्य क्षमता और उच्च तापमान और ऑक्सीकरण के प्रतिरोध में सुधार हो सके।
- गैडोलिनियम यौगिकों का उपयोग एम्आरआई मशीन में किया जाता है।
- गैडोलिनियम का उपयोग एक अन्य एक्स-रे जैसी तकनीक में भी किया जाता है जिसे न्यूट्रॉन रेडियोग्राफी कहा जाता है। इस तकनीक में, किसी मटीरियल (जैसे धातु,पत्थर आदि) के नमूने के माध्यम से न्यूट्रॉन को गुजारा जाता है। न्यूट्रॉन कुछ हद तक एक्स किरणों की तरह कार्य करते हैं। वे मटीरियल की आंतरिक संरचना दिखाते हैं। सामग्री के पीछे की ओर गैडोलीनियम जोड़ने से न्यूट्रॉन छवि को पढ़ना आसान हो जाता है। न्यूट्रॉन रेडियोग्राफी विशेष रूप से उपयोगी है क्योंकि इससे किसी भी सामग्री को तोड़े बिना धातु के एक टुकड़े के अंदर की क्षति की जांच की जा सकती है।
- गैडोलीनियम का उपयोग आंतरिक कान में ट्यूमर का पता लगाने के लिए किया जाता है।
गैडोलिनियम (Gadolinium) की रोचक जानकारी
- पृथ्वी की पपड़ी में गैडोलीनियम 41 वॉ सबसे प्रचुर तत्व है।
- गैडोलीनियम मुख्य रूप से खनिजों मोनाजाइट और बास्टनेसाइट में पाया जाता है। इन खनिजों से आयन एक्सचेंज और सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन द्वारा इसे व्यावसायिक रूप से तैयार किया जा सकता है। इसे कैल्शियम धातु के साथ निर्जल गैडोलीनियम फ्लोराइड को कम करके भी तैयार किया जाता है।
- प्राकृतिक रूप से गैडोलीनियम के छः स्थिर और एक रेडियोएक्टिव आइसोटोप पाए जाते है।