टर्बियम (Terbium) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Terbium in Hindi
टर्बियम (Terbium) का परिचय
टर्बियम (Terbium) का वर्गीकरण रेयर अर्थ मेटल के रूप में किया जाता है, तथा रासायनिक रूप से यह एक तत्व है। टर्बियम का परमाणु भार 158.925 AMU, परमाणु संख्या 65 तथा सिंबल (Tb) होता है। आवर्त सारणी (Periodic Table) में टर्बियम, ग्रुप Lanthanides, पीरियड 6 और ब्लॉक (F) में स्थित होता है। इसके परमाणु में 65 इलेक्ट्रान, 65 प्रोटोन, 94 न्यूट्रॉन तथा 6 एनर्जी लेवल होते है। टर्बियम का घनत्व लगभग 8.23 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है। यह सामान्य तापमान पर ठोस अवस्था में पाया जाता है, इसका गलनांक (पिघलने का तापमान) 1360 डिग्री सेल्सियस (2480 डिग्री फेरेनाइट) होता है, इसका क्वथनांक (उबलने का तापमान) 3230 डिग्री सेल्सियस (5846 डिग्री फेरेनाइट) होता है, तथा इससे अधिक तापमान पर टर्बियम गैस अवस्था में पाया जाता है।
टर्बियम की खोज स्वीडीश केमिस्ट कार्ल गुस्ताफ मोसेंडर (Carl Gustaf Mosander) ने 1843 में की थी।
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Terbium in Hindi |
टर्बियम (Terbium) के गुण
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Terbium properties in Hindi |
- टर्बियम सिल्वर-ग्रे रंग की चमकदार धातु है।
- टर्बियम एक नर्म धातु है, यह इतना नर्म होता है की इसे साधारण चाकू से भी आसानी से काटा जा सकता है।
- टर्बियम मैलियेबल और डक्टाइल धातु है।
- हवा के संपर्क में आने पर टर्बियम धीरे-धीरे ऑक्सीकृत होता है।
- टर्बियम पानी के साथ धीरे-धीरे प्रतिक्रिया करता है।
- टर्बियम एसिड्स में घुल जाता है।
- टर्बियम और इसके सभी यौगिक विषैले होते है।
टर्बियम (Terbium) के उपयोग
- टर्बियम, डिस्प्रोसियम और लोहे की एक मिश्र धातु का आकर चुंबकीय क्षेत्र में घटता और बढ़ता है, इस मिश्र-धातु का यह गुण इसे लाऊड स्पीकर के लिए उपयोगी बनाता है।
- टर्बियम का उपयोग कैल्शियम फ्लोराइड, कैल्शियम टंगस्टेट और स्ट्रोंटियम मोलिब्डेट को डोप करने के लिए किया जाता है।
- टर्बियम का उपयोग कम ऊर्जा वाले लाइटबल्ब और मर्करी लैंप में भी किया जाता है।
- टर्बियम लवण का उपयोग लेजर उपकरणों में किया जाता है।
- टर्बियम का उपयोग मेडिकल एक्स-रे की सुरक्षा में सुधार करने के लिए किया जाता है, इसके प्रयोग से एक्सरे का कम एक्सपोजर करके भी समान गुणवत्ता वाली छवियाँ प्राप्त की जा सकती है।
- टर्बियम का उपयोग उच्च तापमान पर कार्य करने वाले फ्यूल सेल में किया जाता है।
- टर्बियम के एक रेडियोएक्टिव आइसोटोप टर्बियम-149, का उपयोग कैंसर चिकित्सा में किया जाता है। रोगी के शरीर में इस आइसोटोप को सीधे ही कैंसर कोशिकाओं में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे इसका विकिरण कैंसर कोशिकाओं को मारता है। कैंसर चिकित्सा में टर्बियम-149 का उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि इसका विकिरण दूर तक नहीं जाता है, इसलिए यह स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
टर्बियम (Terbium) की रोचक जानकारी
- पृथ्वी की पपड़ी में टर्बियम 59 वॉ सबसे प्रचुर तत्व है।
- टर्बियम के कुल 36 आइसोटोप्स पाए जाते है, इनमे से केवल टर्बियम-159 आइसोटोप प्रकृति में पाया जाता है। टर्बियम-159 के अलावा इसके सभी आइसोटोप्स रेडियोएक्टिव होते है, जिन्हें कृतिम रूप से बनाया जाता है।
- टर्बियम का व्यावसायिक उत्पादन वैक्यूम के अंदर कैल्शियम धातु के साथ निर्जल फ्लोराइड या क्लोराइड को कम करके किया जाता है। इसके अलावा पिघले हुए कैल्शियम क्लोराइड के भीतर टर्बियम ऑक्साइड के इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा भी टर्बियम धातु को प्राप्त किया जा सकता है।
- टर्बियम को आयन एक्सचेंज और सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन द्वारा खनिजों मोनाजाइट और बास्टनेसाइट से भी प्राप्त किया जा सकता है।
- पृथ्वी की पपड़ी में टर्बियम, चांदी की तुलना में लगभग 2 गुना अधिक मात्रा में मौजूद है।