सोडियम बाईकार्बोनेट NaHCO3 के गुण उपयोग और जानकारी Sodium Bicarbonate in Hindi - GYAN OR JANKARI

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रविवार, 27 फ़रवरी 2022

सोडियम बाईकार्बोनेट NaHCO3 के गुण उपयोग और जानकारी Sodium Bicarbonate in Hindi

सोडियम बाईकार्बोनेट NaHCO3 के गुण उपयोग और जानकारी Sodium Bicarbonate in Hindi

 

सोडियम बाईकार्बोनेट (NaHCO3) क्या है (What is Sodium Bicarbonate in Hindi)

सोडियम बाईकार्बोनेट को बेकिंग सोडा और बाईकार्बोनेट ऑफ़ सोडा के नाम से भी जाना जाता है। सोडियम बाईकार्बोनेट एक रासायनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र (NaHCO3) है। इसके एक अणु में सोडियम का एक परमाणु, हाइड्रोजन का एक परमाणु, कार्बन का एक परमाणु और ऑक्सीजन के तीन परमाणु होते है। यह एक लवण होता है जो पानी में घुलकर सोडियम और बाईकार्बोनेट में टूट जाता है। सोडियम बाईकार्बोनेट एक सफ़ेद रंग का क्रिस्टलीय, क्षार होता है, जो अक्सर बारीक़ पाउडर के रूप में पाया जाता है।

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सोडियम बाईकार्बोनेट (NaHCO3) के गुण (Properties of Sodium Bicarbonate in Hindi)

  • सोडियम बाईकार्बोनेट सफ़ेद रंग का, गंधहीन, क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ होता है। 
  • इसका घनत्व 2.2 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है। 
  • इसका स्वाद कड़वा और नमकीन होता है। 
  • इसका गलनांक (Melting Point) 3000 डिग्री सेल्सियस होता है। 
  • यह जल में घुलनशील होता है, एक लीटर पानी में इसकी लगभग 96 ग्राम मात्रा घुलनशील होती है। 
  • इसे गर्म करने पर यह कार्बन डाई ऑक्साइड गैस और सोडियम कार्बोनेट में विघटित हो जाता है। 
  • इसकी प्रकृति क्षारीय होती है, तथा इसका PH 8.5 होता है।  
  • यह एसिड्स के साथ प्रतिक्रिया करके कार्बन डाई ऑक्साइड गैस उत्पन्न करता है। 

 

सोडियम बाईकार्बोनेट (NaHCO3) के उपयोग (Uses of Sodium Bicarbonate in Hindi)

  • सोडियम बाईकार्बोनेट का उपयोग खाना पकाने में तथा मुख्य रूप से बेकिंग में एक लेवनिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। जब यह भोजन में उपस्थित एसिड के साथ प्रतिक्रिया करता है, तो कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है, इससे केक और ब्रेड जैसे खाद्य वस्तुएं स्पंजी और फूली हुई बनती है। 
  • सोडियम बाईकार्बोनेट एक हल्का कीटाणुनाशक होता है, तथा यह कुछ जीवों के खिलाफ एक प्रभावी कवकनाशी भी हो सकता है।
  • बेकिंग सोडा तीखी गंध को सोख लेगा, इसलिए इसका उपयोग पुस्तक विक्रेता किताबों को कम दुर्गंधयुक्त बनाने के लिए करते हैं। 
  • सोडियम बाइकार्बोनेट पेट में अतिरिक्त एसिड को निष्क्रिय करके नाराज़गी, खट्टा पेट, या एसिड अपच को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • इसे एंटासिड्स नामक दवाओं के समूह से संबंधित कहा जाता है। इसका उपयोग पेट या ग्रहणी संबंधी अल्सर के लक्षणों के उपचार के लिए भी किया जा सकता है।
  • सोडियम बाइकार्बोनेट को गर्म करने से कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलता है, इसलिए इसका उपयोग किसी छोटी आग बुझाने के लिए किया जा सकता है, इसके लिए इसे सीधा ही आग में फेंक दिया जाता है, जिससे यह आग में गर्म होकर कार्बन डाइऑक्साइड गैस छोड़ता है और आग बुझ जाती है। परन्तु इसका उपयोग गर्म तेल की कड़ाही में लगी आग को बुझाने के लिए नहीं करना चाहिए, गर्म तेल में इसे डालने पर अचानक कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनती है जिससे विस्फोट हो सकता है और गर्म तेल के छीटें चारों तरफ फैलकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • खेती में सोडियम बाइकार्बोनेट का उपयोग पौधों की पत्तियों पर कवक के विकास को रोकने के लिए किया जाता है, इसके लिए इसे पानी में घोलकर पत्तियों पर छिड़का जाता है। परन्तु अधिक मात्रा में इसका उपयोग करने पर फलों का रंग ख़राब हो सकता है।
  • कुछ माउथवॉश में सोडियम बाइकार्बोनेट का उपयोग एक घटक के रूप में किया जाता है। इसमें विरोधी और अपघर्षक गुण होते हैं, यह दांतों और मसूड़ों पर एक सफाई करने वाले के रूप में काम करता है तथा मुंह में एसिड के उत्पादन को निष्क्रिय करता है, और संक्रमण को रोकने में मदद करने के लिए एक एंटीसेप्टिक के रूप में भी काम करता है।
  • सोडाब्लास्टिंग नाम की प्रक्रिया में सोडियम बाइकार्बोनेट का उपयोग पेंट और जंग को हटाने के लिए किया जाता है। एक ब्लास्टिंग माध्यम के रूप में, सोडियम बाइकार्बोनेट का उपयोग एल्यूमीनियम, तांबा तथा लकड़ी जैसे नरम और कम लचीले मेटेरियल की सतह से जंग या  पेंट को दूर करने के लिए किया जाता है, जो सिलिका सैंड अपघर्षक मीडिया द्वारा क्षतिग्रस्त हो सकते है।
  • कई  प्रकार के सौन्दर्य उत्पाद बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है।

 

अन्य जानकारी (Other Information)

केंद्रित सोडियम बाइकार्बोनेट घोल से आंखों और त्वचा में गंभीर जलन हो सकती है। सामान्य परिस्थितियों में, यह विषाक्त और खतरनाक नहीं है। परन्तु इसकी ओवरडोज से सांस की तकलीफ, मांसपेशियों में ऐंठन, मूड में बदलाव, झटके और दौरे पड़ सकते हैं। गुर्दे की विफलता, उच्च रक्तचाप, हृदय गति रुकने और गुर्दे की पथरी से पीड़ित रोगियों को सोडियम बाइकार्बोनेट देते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

व्यावसायिक रूप से सोडियम बाइकार्बोनेट का उत्पादन अमोनिया, कार्बन डाइऑक्साइड तथा ब्राइन घोल (नमक और पानी का घोल) की प्रतिक्रिया करके उत्पादित किया जाता है।

NaCl+H2O+CO2+NH3→NH4Cl+NaHCO3

 


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